Udaipur City Palace History – उदयपुर सिटी पैलेस
राजस्थान के दिल उदयपुर में स्थित सिटी पैलेस न केवल राज्य का सबसे बड़ा महल है, बल्कि यह भारत के भी प्रमुख और भव्यतम राजमहलों में से एक माना जाता है। इसकी स्थापना 1559 ई. में महाराणा उदयसिंह जी ने की थी, जो अपनी भव्यता, इतिहास और वास्तुकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है। (Udaipur City Palace History)

निर्माण की प्रेरणा – एक शिकार, एक साधु और एक भविष्यवाणी
कहानी है कि एक बार महाराणा उदयसिंह शिकार पर निकले थे। एक पहाड़ी पर हिरण का शिकार करने के बाद उन्होंने देखा कि वहां धुआं उठ रहा है। जब वे उस दिशा में पहुंचे, तो उन्हें वहां एक सिद्ध संत गोस्वामी प्रेमगिरी जी महाराज मिले।
गोस्वामी जी, जो अंतर्यामी थे, उन्होंने महाराणा से कहा कि यही स्थान महल निर्माण के लिए सर्वश्रेष्ठ रहेगा। महाराणा ने साधु की सलाह मानी और वर्तमान रायआंगन में महल की नींव का पहला पत्थर रखा गया।

रायआंगन – नींव का प्रतीक
रायआंगन, जहां सिटी पैलेस की नींव रखी गई, आज भी ऐतिहासिक महत्त्व रखता है। इसके एक ओर गोस्वामी जी का मंदिर है और दूसरी ओर “निक्का की चोपड़”, जिसमें महाराणा प्रताप संग्रहालय स्थित है।
निर्माण में रुकावटें और पुनः निर्माण
- महाराणा प्रताप के काल में मुगलों के साथ निरंतर युद्ध चलते रहने के कारण महल निर्माण कार्य रुक गया।
- फिर यह कार्य महाराणा अमरसिंह जी के समय में पुनः प्रारंभ हुआ और महाराणा भूपाल सिंह जी (1930-1955) के काल तक चलता रहा।

वास्तु-विवरण
- लंबाई: 333 मीटर
- चौड़ाई: 90 मीटर
- ऊँचाई: 30 मीटर
यह महल अरावली की पहाड़ियों पर बना हुआ है और झीलों के शहर उदयपुर को एक राजसी रूप प्रदान करता है।
माणक चौक – एक शाही स्वागत द्वार
सिटी पैलेस के सामने स्थित माणक चौक, जो कि महल का मुख्य प्रवेश द्वार है, का निर्माण महाराणा करण सिंह जी (1620-1628) ने करवाया था। यहाँ पर शाही दरबार, हाथी झूले और राजसी समारोह आयोजित होते थे।
वर्तमान में माणक चौक में एक सुंदर मुगल शैली का बाग़ भी है, जिसका निर्माण 1992 में किया गया था।

सिटी पैलेस की खास बातें
- महल में संगमरमर और ग्रेनाइट का अद्भुत उपयोग
- मोती महल, शीश महल, रंग महल जैसे भव्य कक्ष
- संग्रहालय, हथियारों की प्रदर्शनी, राजसी वस्त्रों और पेंटिंग्स का संग्रह
- पिछोला झील के किनारे स्थित, जिससे मनोहारी दृश्य

उदयपुर आने वालों के लिए जरूरी स्टॉप
सिटी पैलेस न केवल इतिहास प्रेमियों के लिए बल्कि फोटोग्राफरों, शोधकर्ताओं और पर्यटकों के लिए भी एक आदर्श स्थल है। यहां आप राजस्थान की रजवाड़ी शान और विरासत को करीब से महसूस कर सकते हैं।
सुझावित इमेज:
- उदयपुर सिटी पैलेस का सामने का दृश्य
- रायआंगन और महाराणा प्रताप संग्रहालय
- माणक चौक और मुगल बाग़ का विहंगम दृश्य
- संग्रहालय में रखी राजसी वस्तुएं
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q. उदयपुर सिटी पैलेस किसने बनवाया था?
उत्तर: इसकी नींव महाराणा उदयसिंह जी ने 1559 ई. में रखी थी।
Q. सिटी पैलेस का निर्माण कब तक चलता रहा?
उत्तर: निर्माण कार्य महाराणा भूपाल सिंह जी (1930-1955) तक जारी रहा।
Q. सिटी पैलेस कहां स्थित है?
उत्तर: यह उदयपुर, राजस्थान में झील पिछोला के किनारे स्थित है।
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