Baroda Jain Teerth Dungarpur

Baroda Jain Teerth Dungarpur – डूंगरपुर रियासत की पुरानी राजधानी: ऐतिहासिक जैन तीर्थ बड़ौदा गांव

डूंगरपुर रियासत की पुरानी राजधानी रहा बड़ौदा गांव आज अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और जैन धर्म के आदिश्वर भगवान मंदिर के लिए जाना जाता है। कभी यह गांव वटप्रदक नाम से जाना जाता था, जो आदिश्वर भगवान (जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर) से संबंधित है। आज यह स्थान जैन धर्म और वागड़ संस्कृति का प्रमुख केंद्र है (Baroda Jain Teerth Dungarpur)।

विकास और समरसता का आदर्श गांव

बड़ौदा गांव में 38 जातियों का समावेश है, जो सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारे का आदर्श है। ग्राम पंचायत सचिव ईश्वर पाटीदार के अनुसार, गांव में सीसी रोड, ओपन जिम, मॉडल तालाब और स्कूल भवनों का निर्माण किया गया है। गोभक्तों की श्रद्धा से यह गांव गोसेवा में भी अग्रणी है।

विकास के प्रमुख कार्य:

  • सीसी रोड का निर्माण
  • बच्चों के लिए ओपन जिम
  • 12 लाख रुपये में मॉडल तालाब का विकास
  • चेक डेम और नालियों का निर्माण
  • स्कूल भवनों का नव निर्माण
  • आदिश्वर भगवान मंदिर का भव्य विकास

latest Dungarpur News Update Today in hindi | पढे डूंगरपुर की ताजा खबर – Dungarpurcity

FAQs:

Q1: बड़ौदा गांव किसके नाम से जाना जाता है?
A: बड़ौदा गांव आदिश्वर भगवान (जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर) के नाम से जाना जाता है।

Q2: गांव में कौन सी प्रमुख विकास गतिविधियाँ चल रही हैं?
A: सीसी रोड, ओपन जिम, मॉडल तालाब और स्कूल भवनों का नव निर्माण किया गया है।

Q3: बड़ौदा गांव में कितनी जातियों का निवास है?
A: बड़ौदा में 38 जातियों का निवास है, जो आपसी समरसता और भाईचारे का बेहतरीन उदाहरण है।

Q1: Why is Baroda village significant?
A: Baroda village is significant for being the old capital of Dungarpur and a major Jain pilgrimage site dedicated to Adishwar Bhagwan.

Q2: What are the recent development activities in Baroda village?
A: Recent developments include CC road construction, an open gym, a model pond, and new school buildings.

Q3: How many communities live in Baroda village?
A: There are 38 communities residing in Baroda, making it a beacon of social harmony and unity.