DevSomnath Mandir Dungarpur । देवसोमनाथ मंदिर, डूंगरपुर
डूंगरपुर से लगभग 24 किलोमीटर दूर सोम नदी के किनारे स्थित देवसोमनाथ मंदिर (Devsomnath Mandir Dungarpur) भगवान शिव का एक भव्य और प्राचीन मंदिर है।
माना जाता है कि इस मंदिर का नाम सोम नदी के किनारे स्थित होने के कारण ‘देवसोमनाथ’ पड़ा।
यह मंदिर गुजरात के सोमनाथ मंदिर की प्रतिकृति माना जाता है।
निर्माण और स्थापत्य कला
इस मंदिर का निर्माण 12वीं सदी में हुआ था और इसे मालवा शैली में बनाया गया है।
कहा जाता है कि इसका निर्माण स्थानीय राजपूत शासक अमृतपाल ने कुशल शिल्पकारों से करवाया था।
मंदिर पूरी तरह से बिना चूने और गारे के पत्थरों को जोड़कर निर्मित है, जो इसकी स्थापत्य कला की उत्कृष्टता को दर्शाता है।
देवसोमनाथ मंदिर की विशेषताएं
- मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार पूर्व दिशा में स्थित है, ओर अन्य द्वार पश्चिम, उत्तर और दक्षिण दिशा में हैं।
- सोम नदी हमेशा पूर्व दिशा से पश्चिम की ओर बहती है, लेकिन यहां उत्तर से दक्षिण दिशा में बहती है।
- मंदिर में अनेक स्तंभों पर कलात्मक तोरण तथा सुंदर शिल्पकला दिखाई देती है।
- गर्भगृह के चारों ओर की दीवारें 2.7 मीटर मोटी हैं और मंदिर के ऊपर तीन स्तरीय शिखर बना हुआ है।
मंदिर परिसर में स्थित अन्य विशेषताएं
- मंदिर की दीवारों पर शिलालेख अंकित हैं जो इतिहास को उजागर करते हैं।
- सोम नदी के किनारे स्थित होने के कारण जलप्रवाह मंदिर में होता था, जिससे जल संचय होता था।
- 1875 में नदी की धारा बदलने से जलप्रवाह बंद हो गया।
ऐतिहासिक साक्ष्य और शिलालेख
मंदिर में कई ऐतिहासिक शिलालेख हैं जिनमें महारावल गोपीनाथ, गंगादास और सोमेश्वर से संबंधित उल्लेख मिलता है।
ये शिलालेख मंदिर की व्यवस्था और निर्माण को प्रमाणित करते हैं।
युद्धों और आक्रमणों का साक्षी
यह मंदिर मुगलों, अहमदशाह अब्दाली, मेवाड़ के महाराणा अमरसिंह और डूंगरपुर के महारावल खुमाणसिंह के समय हुए युद्धों का साक्षी रहा है।
मेवाड़ और बांगड़ की सेनाओं ने मंदिर क्षेत्र में कई युद्ध किए। यहां तक कि सोम नदी में बाढ़ आने के बाद भी मंदिर सुरक्षित रहा।
लोक विश्वास और वर्तमान स्थिति
स्थानीय जनमानस में यह मान्यता है कि मंदिर का निर्माण एक ही रात में हुआ था।
मंदिर में स्थित शिवलिंग के आकार और मूर्तियों की बनावट भी विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।
मंदिर परिसर में कई प्राचीन प्रतिमाएं और शिलालेख रखे हुए हैं।
वर्तमान में देवसोमनाथ मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अंतर्गत संरक्षित धरोहर है।
कैसे पहुंचें देवसोमनाथ मंदिर, डूंगरपुर (DevSomnath Mandir Dungarpur):-
सड़क मार्ग से: यहां बस या टैक्सी से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
हवाई मार्ग द्वारा: देवसोमनाथ मंदिर, डूंगरपुर निकटतम उदयपुर हवाई अड्डे (132 किमी) के माध्यम से पहुँचा जा सकता है।
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