(Train from Dungarpur) डूंगरपुर के निवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। दिल्ली और मुंबई तक इलेक्ट्रिक ट्रेन से सफर करने का उनका सपना जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है। उदयपुर-हिम्मतनगर के बीच 210 किमी लंबे रेलखंड का विद्युतीकरण लगभग 95% पूरा हो चुका है। यह कार्य जनवरी 2025 तक 100% पूरा हो जाएगा, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और अधिक सुलभ हो जाएगी। (Train from Dungarpur)
उदयपुर से डूंगरपुर तक का काम पूरा
उदयपुर से डूंगरपुर तक का इलेक्ट्रिक लाइन का कार्य पूर्ण हो चुका है। इस रूट पर 20 दिसंबर को सीआरएस (मुख्य रेल सुरक्षा आयुक्त) की टीम विशेष सेलून ट्रेन के माध्यम से निरीक्षण करेगी। इसे ‘विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण’ कहा जाता है। इस निरीक्षण के दौरान टीम इलेक्ट्रिफिकेशन के साथ-साथ अन्य तकनीकी और संरचनात्मक कार्यों की भी जांच करेगी। डूंगरपुर से आने-जाने के लिए ट्रेन की जानकारी (Dungarpur Trains Info)
जनवरी में चल सकती है पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन
सूत्रों के अनुसार, नए साल में उदयपुर से असावरा तक इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलने की संभावना है। फिलहाल यह ट्रेनें असावरा स्टेशन तक ही चलेंगी। अहमदाबाद मुख्य स्टेशन तक ट्रैक का काम पूरा होते ही ट्रेनें महाराष्ट्र और दक्षिण भारत तक जा सकेंगी। लक्ष्य है कि जनवरी 2025 में उदयपुर से असावरा तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन शुरू की जाए।
डूंगरपुर से अहमदाबाद का सफर होगा आसान
डूंगरपुर से अहमदाबाद के बीच इलेक्ट्रिफिकेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। डूंगरपुर से अहमदाबाद तक इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने के बाद यह सफर महज 1.5 से 2 घंटे में पूरा होगा। वर्तमान में इसमें काफी अधिक समय लगता है। इस लाइन के शुरू होने के बाद डूंगरपुर से जयपुर होते हुए दिल्ली तक की यात्रा केवल 12 घंटे में पूरी हो सकेगी, जबकि अभी इसमें 17 घंटे का समय लगता है। इसी प्रकार, वाया अहमदाबाद होकर मुंबई तक का सफर भी 10 घंटे में पूरा हो सकेगा, जो फिलहाल 15 घंटे तक लगता है।
डूंगरपुर के रेलवे इतिहास में नया अध्याय
डूंगरपुर में पहली बार ट्रेन सेवा वर्ष 1961 में शुरू हुई थी। उस समय ट्रेनें स्टीम इंजन से चलती थीं। अब इलेक्ट्रिक इंजन आने के बाद ट्रेन की अधिकतम गति 110 किमी प्रति घंटा होगी, जो सफर के समय को और भी कम कर देगी। डूंगरपुर से गुजरने वाली अधिकांश ट्रेनें जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, मुंबई, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, और दक्षिण भारत के केरल आदि राज्यों तक जाती हैं। इस रेलखंड के विद्युतीकरण के बाद, डूंगरपुर से सीधे महाराष्ट्र और दक्षिण भारत तक ट्रेनें चलने की भी उम्मीद है।
सुपरवाइजर का बयान
डूंगरपुर-उदयपुर के बीच का इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य पूरा हो चुका है। डूंगरपुर से हिम्मतनगर के बीच भी विद्युतीकरण लगभग पूरा हो चुका है। स्विचिंग और टावर वेगन का कार्य अंतिम चरण में है। इस कार्य के पूरा होने के बाद, अहमदाबाद से लेकर महाराष्ट्र तक के रूट पर ट्रेनें डूंगरपुर होकर गुजरेंगी, जिससे डूंगरपुर रेलवे स्टेशन की महत्ता और भी बढ़ जाएगी।
डूंगरपुर के लिए फायदे
- यात्रा में समय की बचत: अहमदाबाद और मुंबई की यात्रा का समय घटेगा।
- पर्यावरण संरक्षण: इलेक्ट्रिक ट्रेनें डीजल इंजनों की तुलना में पर्यावरण के अनुकूल होती हैं।
- कनेक्टिविटी में सुधार: डूंगरपुर से दिल्ली, मुंबई और दक्षिण भारत के लिए सीधी ट्रेनें उपलब्ध होंगी।
- विकास को बढ़ावा: बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।