Shilpgram Udaipur

Shilpgram Udaipur – शिल्पग्राम उदयपुर

राजस्थान की झीलों की नगरी उदयपुर अपने ऐतिहासिक महलों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है, लेकिन यदि आप लोक संस्कृति, हस्तशिल्प और ग्रामीण जीवन का जीवंत अनुभव लेना चाहते हैं, तो Shilpgram Udaipur एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है। यह एक सांस्कृतिक कॉम्प्लेक्स है जो भारत की विविध शिल्प परंपराओं और ग्रामीण जीवनशैली को बेहद खूबसूरती से दर्शाता है।

Shilpgram Udaipur
Photo By Sharad Vyas

शिल्पग्राम क्या है?

शिल्पग्राम’ का अर्थ है “कला और शिल्प का गांव”। यह पश्चिमी भारत की शिल्प एवं ग्रामीण परंपराओं को संरक्षित और बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाया गया है। यहाँ हर साल एक विशाल मेला भी आयोजित होता है जो पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण होता है।

Shilpgram Udaipur
Photo By Sharad Vyas

शिल्पग्राम उदयपुर की लोकेशन

  • स्थान: फतेह सागर झील के पास, उदयपुर
  • कैसे पहुंचें:
    • उदयपुर रेलवे स्टेशन से दूरी: 8 किमी
    • एयरपोर्ट से दूरी: 25 किमी
    • लोकल बस, टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
Shilpgram Udaipur
Photo By Sharad Vyas

समय और प्रवेश शुल्क

  • खुलने का समय: सुबह 11:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक
  • प्रवेश शुल्क:
    • भारतीय नागरिक: ₹30 प्रति व्यक्ति
    • विदेशी नागरिक: ₹50 प्रति व्यक्ति
Shilpgram Udaipur
Photo By Sharad Vyas

शिल्पग्राम में देखने लायक क्या है?

  1. ग्रामीण घरों की झलक: राजस्थान, गुजरात, गोवा, महाराष्ट्र के पारंपरिक घरों को यहां हूबहू प्रदर्शित किया गया है।
  2. लोक नृत्य और संगीत: कलाकारों द्वारा लाइव परफॉर्मेंस—कच्छी घोड़ी, घूमर, डांडिया आदि।
  3. हस्तशिल्प स्टॉल्स: मिट्टी के बर्तन, हैंडमेड कपड़े, लकड़ी की नक्काशी, पारंपरिक गहने।
  4. शिल्पग्राम मेला: हर साल दिसंबर में आयोजित—हजारों शिल्पकार, कलाकार, और हजारों पर्यटक।
  5. ग्रामीण जीवन का अनुभव: बैलगाड़ी, चाक, झोपड़ियाँ, ग्रामीण रसोई आदि का वास्तविक अनुभव।
Shilpgram Udaipur
Photo By Sharad Vyas

खाने-पीने का आनंद

शिल्पग्राम परिसर में पारंपरिक राजस्थान का व्यंजन भी उपलब्ध होता है जैसे दाल बाटी चूरमा, मक्के की रोटी, गट्टे की सब्जी और बाजरे की खिचड़ी।

फोटो लेने के लिए बेस्ट स्पॉट्स

  • पारंपरिक झोपड़ियाँ और दीवारों की पेंटिंग्स
  • लाइव परफॉर्मेंस के दृश्य
  • रंग-बिरंगे लोक वस्त्रों में सजे कलाकार
  • सूरज की रोशनी में नहाए ग्रामीण झोंपड़े

शिल्पग्राम मेला 2025

  • तिथि: हर साल 21 से 30 दिसंबर तक
  • विशेष आयोजन: लाइव म्यूजिक, डांस शो, हैंडिक्राफ्ट बाजार, वर्कशॉप्स
  • आकर्षण: लोक नर्तक, कठपुतली शो, लाइव कुकिंग

क्यों जाएं शिल्पग्राम?

  • पारंपरिक हस्तशिल्प की खरीदारी
  • लोक संस्कृति का जीवंत अनुभव
  • बच्चों और परिवार के लिए परफेक्ट एजुकेशनल टूर
  • आर्ट, फोटोग्राफी और कल्चर लवर्स के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन

जरूरी टिप्स

  • हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें
  • कैमरा ज़रूर साथ रखें
  • दिसंबर में मेला के दौरान भीड़ ज़्यादा होती है, पहले से टिकट बुक करें
  • स्थानीय गाइड लें तो अनुभव और बेहतर होगा

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. शिल्पग्राम जाने का बेस्ट टाइम क्या है?
Ans. दिसंबर में आयोजित वार्षिक मेला सबसे अच्छा समय होता है।

Q2. क्या शिल्पग्राम में कैमरा ले जाना अनुमति है?
Ans. हाँ, आप कैमरा साथ ले जा सकते हैं और फोटो क्लिक कर सकते हैं।

Q3. क्या वहां खाना मिलता है?
Ans. हाँ, पारंपरिक और स्थानीय व्यंजन उपलब्ध हैं।

Q4. क्या शिल्पग्राम बच्चों के लिए उपयुक्त है?
Ans. बिल्कुल, बच्चों को लोक संस्कृति, कलाकृतियों और परफॉर्मेंस से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।

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