Badal Mahal Dungarpur । बादल महल डूंगरपुर
बादल महल डूंगरपुर का इतिहास:
बादल महल डूंगरपुर (Badal Mahal Dungarpur) पारेवा पत्थर से बना एक ऐतिहासिक महल है जो डूंगरपुर जिले की पहचान बन चुका है।
गैब सागर झील के तट पर स्थित यह अपनी बनावट और राजपूत-मुगल शैली के सुंदर मिश्रण के लिए प्रसिद्ध है।
इस स्मारक में दो चरण, तीन गुंबद और एक बरामदा शामिल हैं, जो इसे एक आकर्षित रूप देते हैं।

निर्माण और स्थापत्य कला
असल में, यह महल एक विश्रामगृह के रूप में अतिथियों के लिए बनवाया गया था।
इसके गर्भ और बरामदे का निर्माण महारावल गोपीनाथ जी द्वारा करवाया गया, उसके बाद पहली मंज़िल और गुंबद महारावल पुंजराज के शासन में जोड़े गए।
इसके अलावा, तीनों गुंबदों के चोटी पर आधे पके कमल के आकार की बनावट है, जो इसे और भी सुंदर बनाती हैं। सबसे ऊंचे गुंबद पर तीन कमल प्रतीक हैं, जो इसकी राजसी भव्यता को दर्शाते हैं।

बादल महल (Badal Mahal) की शाम की छटा
शाम के समय, रंग-बिरंगी लाइटों से इसे सजाया जाता है, जिससे यह और भी आकर्षक दिखता है।

कैसे पहुँचे बादल महल डूंगरपुर (Badal Mahal Dungarpur)
सड़क मार्ग से:
बादल महल डूंगरपुर शहर में स्थित गैब सागर झील के किनारे स्थित है।
यहाँ आप बस, टैक्सी या निजी वाहन से आसानी से पहुँच सकते हैं।
हवाई मार्ग से:
निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर एयरपोर्ट (132 किमी) है, जहाँ से अन्य शहरों के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं।
यहाँ से आप कैब या टैक्सी के माध्यम से बादल महल पहुँच सकते हैं।
यात्रा सुझाव और समय
- समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
- शुल्क: प्रवेश निःशुल्क है।
- बेस्ट टाइम: अक्टूबर से मार्च
Click to know about: जूना महल, डूंगरपुर l Juna Mahal Dungarpur
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